लेखनी कविता - मुझे बताओ - बालस्वरूप राही
मुझे बताओ / बालस्वरूप राही
दादी अम्माँ, मुझे बताओ,
नीचे ही गिरता क्यों फल?
धुआँ सदा ऊपर क्यों जाता?
नीचे गिरते गेंद उछल।
दादी अम्माँ, मुझे बताओ,
कैसे बनते है बादल?
कौन उन्हें देता है बिजली?
कौन उन्हें देता है जल?